ले मशाले चल पड़े हैं, साथी मेरे campus के।
अब अँधेरा जीत लेंगे साथी मेरे college के।
बिन लड़े कुछ भी यहाँ मिलता नहीं ये जानकार,
अब लड़ाई लड़ रहे है दोस्त मेरे hostel के।
दिल्ली हो या, हो अलीगढ, हैदराबाद हो या Bombay,
संघर्ष अब ये ना रुकेगा, सुन ले जुल्मी कान खोल के।
पूछते हैं माँ पिता और पूछती है दादी माँ,
कब तलक पीटते रहेंगे, नौजवान इस देश के।
नया सूरज अब उगेगा देश के हर campus में,
बच्चा बच्चा भी सुनेगा किस्से बहादुर छात्रों के।
मेरे भाई, मेरी बहना खुद को अकेला मत समझना,
साथ में, है तुम्हारे, करोड़ो लोग इस देश के।
16th Dec 19
In solidarity with my brothers and sisters from Jamia, JNU, AMU and all student fraternity.
MG- Spark Voice of Youth